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BCom 2nd Year Cost Accounting Material Control Concept and Techniques Study Material सामग्री नियंत्रण-अवधारणा एवं तकनीकें Study Material Notes Chapter Wise Unit Wise Notes (This Post is very Important For Students in Hindi and English)

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BCom 2nd Year Cost Accounting Cost Audit Study Material notes in Hindi

सामग्री नियंत्रण-अवधारणा एवं तकनीकें (Material Control : Concept and Techniques)

 सामान्यत: किसी भी वस्तु (उत्पाद) की कुल उत्पादन लागत का 40% या इससे अधिक भाग उस वस्तु के उत्पादन में प्रयुक्त होने वाली सामग्री पर व्यय किया जाता है। अत: किसी भी वस्तु की लागत को नियंत्रित करने के लिए यह आवश्यक है कि सामग्री की लागत पर उचित नियंत्रण रखा जाए। वस्तुत: सामग्री पर नियंत्रण करने का कार्य उसी समय प्रारम्भ हो जाता है, जब सामग्री के क्रय के लिए आदेश दिया जाता है एवं तब तक नियन्त्रण बनाये रखना आवश्यक हो जाता है जब तक कि उक्त सामग्री उत्पादन के लिए प्रयोग की जाती है। सामग्री नियन्त्रण की एक प्रभावी प्रणाली द्वारा उत्पादन लागत में काफी सीमा तक कमी की जा सकती है। सामग्री के सम्बन्ध में एक विशेष बात यह भी है कि सामग्री, उत्पादन का निष्क्रिय घटक (Passive Factor) हैं ; अत: लागत के अन्य तत्वों की तुलना में सामग्री पर नियन्त्रण स्थापित करना अपेक्षाकृत अधिक सरल है। प्रस्तुत अध्याय में सामग्री नियन्त्रण से सम्बन्धित विभिन्न पहलुओं की विस्तृत विवेचना की गई है।

सामग्री नियंत्रण का अर्थ एवं परिभाषा

(Meaning and Definition of Material Control)

 सामग्री नियंत्रण’ दो शब्दों से मिलकर बना है-(i) सामग्री (Material), और (ii) नियंत्रण (Control)। सामग्री एक व्यापक शब्द है जिसमें किसी वस्तु या सेवा के उत्पादन में प्रयोग की जाने वाली कच्ची सामग्री, स्पेयर पार्ट, पुों या स्टोर्स आदि विभिन्न प्रकार की सामग्रियों को सम्मिलित किया जाता है। सरल शब्दों में, सामग्री से आशय उस वस्तु या उन वस्तुओं से है, जिनका किसी अन्य वस्तु के उत्पादन में प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप में प्रयोग किया जाता है। यहाँ पर यह बताना भी आवश्यक है कि सामग्री-सूची/सामग्री तालिका/स्कन्ध (Inventory) को सामग्री के पर्यायवाची के रूप में ही प्रयाग किया जाता है, अतः इसका अर्थ स्पष्ट करना भी आवश्यक है। ‘Inventory’ से आशय उन सभी प्रकार की भौतिक सामग्रियों से है जिन्हें उपक्रम के सामान्य संचालन हेत. भण्डार-गृह (Store) में रखा जाता है ।

सी० आई० एम० ए० लन्दन के अनुसार, “इन्वेंटरी का अर्थ उन मदों की अनुसूची से है जो समय के एक विशेष बिन्दु पर रखा हो। (Inventory means a schedule of items held at a particular point of time-C.I.M.A. London

बोल्टन के अनुसार, “सामग्री-सूची का आशय एक फर्म द्वारा विक्रय हेतु प्रस्तुत की जाने वाली वस्तु के संग्रह एवं उन। संघटकों (Components) से है, जिनसे वस्तु का निर्माण होता है।”

नियंत्रण (Contorl) से आशय उस व्यवस्था के संचालन से है, जिससे घटनाओं को पूर्व निर्धारित योजनाओं के अनसार घटित होने के लिए प्रेरित किया जाता है। नियंत्रण के द्वारा इच्छित परिणामों को प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है।

सामग्री ‘एवं नियंत्रण’ दोनों के अर्थ को जानने के पश्चात् हम यह कह सकते हैं कि सामग्री नियन्त्रण से आशय सामग्रियों के क्रय, भण्डारण, निर्गमन अथवा अन्य सम्बन्धित क्रियाओं पर ऐसे नियंत्रण से है, जिससे एक ओर उत्पादन हेत आवश्यकतानुसार सामग्री की निरन्तर उपलब्धता बनी रहे एवं दूसरी ओर सामग्रियों में अनावश्यक रूप से अतिविनियोग (over investment) भी न हो।

सामग्री नियन्त्रण से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण परिभाषाएँ निम्नलिखित हैं

(1) पी० आर० गोकरन के अनुसार,”स्कन्ध/सामग्री-सूची नियन्त्रण यह निर्धारित करने की नियोजित पद्धति है कि क्या मँगाया जाये, कब मँगाया जाये, कितना मँगाया जाये और कितना स्टॉक रखा जाये ताकि उत्पादन एवं विक्रय को प्रभावित किये बिना क्रयण एवं भण्डारण लागतें न्यूनतम सम्भावित हों।”

(2) बेस्टिंग आदि के अनुसार, “स्कन्ध/सामग्री-सूची नियन्त्रण को निर्माणी प्रक्रिया में प्रयुक्त सामग्री के नियोजन, आदेशन तथा अनुसूचीयन के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।”

निष्कर्ष-सामग्री नियन्त्रण से आशय सामग्री के लेखांकन एवं नियन्त्रण की ऐसी पद्धति से है जिसमें उचित किस्म की सामग्री. उचित मात्रा में, उचित मूल्य पर, उचित स्थान तथा, उचित समय पर उपलब्ध हो। सामग्री नियन्त्रण के अन्तर्गत सामग्री के कय स्टोर एवं उपयोग पर ध्यान दिया जाता है ताकि सामग्री में विनियोग को न्यूनतम रखते हए, सामग्री उपलब्धता के उचित स्तर को बनाए रखा जा सके जिससे उत्पादन निर्बाध गति से होता रहे।

सामग्री नियन्त्रण के आयाम (Dimensions of Material Control)-सामग्री नियन्त्रण के दो महत्वपूर्ण आयाम/पहलू हैं- मात्रा/भौतिक नियन्त्रण एवं (i) वित्तीय नियन्त्रण।

मात्रा/भौतिक नियन्त्रण (Quantity/Physical Control) भौतिक नियन्त्रण में सामग्री के अभाव एवं आधिक्य की स्थिति से बचने तथा सामग्री की उचित किस्म, उचित मात्रा में, उचित समय पर एवं उचित प्रकार से रखने पर ध्यान दिया जाता है।

वित्तीय नियन्त्रण (Financial Control) वित्तीय नियन्त्रण का सम्बन्ध वित्त प्रबन्धक के सामग्री पर नियन्त्रण की गतिविधियों से है। वित्तीय नियन्त्रण के अन्तर्गत सामग्री लागत को न्यूनतम बनाये रखने का प्रयास किया जाता है।

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chetansati

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