BCom 3rd Year Financial Accounting Cash Flow Statement Study Material Notes in Hindi

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BCom 3rd Year Financial Accounting Cash Flow Statement Study Material Notes in Hindi: Deferred Tax Difference Between Find Flow  Statement and Cash Flow Statement: Revised Accounting Standard Proposed Dividend  Preparation of Cash Flow Statement  Machinery Account  Fixed Assets Account  Cash flow Statement of Sole Trader and Firm Financial Accounting Cash Flow

Cash Flow Statement
Cash Flow Statement

BCom 2nd Year Cost Accounting Study Material Notes in Hindi

रोकड़ प्रवाह विवरण

(Cash Flow Statement)

रोकड़-प्रवाह विवरण पर संशोधित अनुसूची VI का प्रभाव

कम्पनी के वार्षिक खाते (Annual Accounts) कम्पनी अधिनियम,1956 की अनुसूची VI के अनुसार नाच जात है । 1 अप्रैल, 2011 से संशोधित अनुसूची VI लागू हो गई है। इस संशोधित अनुसूची VI लाग हान से यद्यपि AS-3 के अन्तर्गत तैयार किये जाने वाले रोकड-प्रवाह विवरण में कोई परिवर्तन नहीं होगा परन्तु इस सम्बन्ध में निम्नलिखित दो बातें ध्यान देने योग्य हैं

1 प्रश्नों में कम्पनी के आर्थिक चिट्ठे संशोधित अनुसूची के अनुसार शीर्ष (Vertical) प्रारूप में दिये। जायेंगे एवं लाभ-हानि खाते के स्थान पर लाभ-हानि का विवरण तैयार किया जायेगा। संशोधित अनुसूची में लाभ-हानि के विवरण का भी प्रारूप निश्चित किया गया है। संशोधित अनुसूची VI के अनुसार चिट्ठों के शीर्ष (Vertical) प्रारूप एवं लाभ-हानि के विवरण की विस्तृत विवेचना Chapter वित्तीय विवरण के अन्तर्गत की गई है।

2 : संशोधित अनुसूची VI के अन्तर्गत स्थगित कर (Deferred Tax) का नया मद विकसित हुआ है जिसकी विस्तृत विवेचना अध्याय-2 में की गई है। फिर भी रोकड़-प्रवाह विवरण तैयार करते समय इसके समायोजन/उपचार (Adjustment/Treatement) की संक्षिप्त विवेचना नीचे की जा रही है

स्थगित कर

(DEFERRED TAX)

Deferred Tax : यह लेखांकन आय (Accounting Income) तथा कर योग्य आय (Taxable Income) पर देय कर में अन्तर है।

Deferred Tax Liability: यह Accounting Income के Taxable Income पर आधिक्य के कारण उत्पन्न होती है।

Deferred Tax Asset: यह Taxable Income के Accounting Income पर आधिक्य के कारण उत्पन्न होती है।

_Balance Sheet में इन दोनों में से एक अर्थात् या तो Deferred Tax Liability अथवा Deferred Tax Assets ही हो सकती है

स्थगित कर दायित्व एवं स्थगित कर सम्पत्ति का रोकड़ प्रवाह विवरण में उपचार

(TREATMENT OF DEFERRED TAX LIABILITY AND DEFERRED TAX ASSET IN CASH FLOW STATEMENT)

रोकड़ प्रवाह विवरण में Deferred Tax Liability अथवा Deferred Tax Asset के विषय में समायोजन संचालन क्रियाओं से रोकड़ प्रवाह ज्ञात करते समय ‘Profit before Tax’ की गणना करते समय किया जाता है।

(1) Deferred Tax Liability का निर्माण Statement of Profit & Loss में से किया जाता है। अतः Profit before Tax की गणना करते समय इसे Add Back किया जाता है।

(2) (ID Deferred Tax Asset का निर्माण Statement of Profit & Loss के शेष में वृद्धि करके ।

किया जाता है । अतः Profit before Tax की गणना करते समय इसे Less किया जाता है ।।

उपरोक्त के अतिरि

1 Increase in Deferred Tax Liability: इससे Current Year के लाभ कम हो जाते हैं अतः Profit before tax ज्ञात करते समय इसे Add Back किया जाता है। स्पष्टीकरण हेतु

Illustration 14 देखें।

Financial Accounting Cash Flow

रोकड़ प्रवाह विवरण

2. Decrease in Deferred Tax Liability: इससे Current year के लाभ बढ़ जात ह अतः _ Profit before tax ज्ञात करते समय इसे Less किया जाता है।

Increase in Deferred Tax Asset: इससे Current Year के लाभ बढ़ जाते है अतः Profit before Tax ज्ञात करते समय इसे Less किया जाता है | Illustration 13 देखा ।

4. Decrease in Deferred Tax Asset : इससे Current Year के लाभ कम हो जाते है अतः Profit before Tax ज्ञात करते समय इसे Add Back किया जाता है।

रोकड़-प्रवाह विवरण का अर्थ एवं परिभाषा ..

(MAENING AND DEFINITION OF CASH-FLOW STATEMENT)

रोकड-प्रवाह विवरण एक निश्चित अवधि के दौरान रोकड के विभिन्न स्रोतों एवं उपयोगों को प्रदर्शित करता है अर्थात् यह विवरण यह बताता है कि व्यवसाय में कहाँ-कहाँ से कितनी रोकड़ प्राप्त की गई तथा उसे कहाँ-कहाँ कितनी मात्रा में उपयोग किया गया। सरल शब्दों में यह विवरण किन्हीं दो अवधियों के मध्य व्यवसाय के रोकड़ शेषों में हुये परिवर्तन के कारणों की व्याख्या करता है।

भारत के इन्स्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एण्ड वर्क्स एकाउण्टेन्ट्स के अनुसार, “रोकड़-प्रवाह विवरण किसी दी हुई अवधि में रोकड़ आवश्यकताओं के निर्धारण एवं उनकी पर्याप्त व्यवस्था करने के उद्देश्य से विभिन्न शीर्षकों के अन्तर्गत रोकड़ के स्रोतों एवं उनके उपयोगों से बनाया गया रोकड़ के प्रवाह का विवरण है।”1

कोष-प्रवाह विवरण और रोकड़-प्रवाह विवरण में अन्तर

(DIFFERENCE BETWEEN FUND-FLOW STATEMENT AND CASH-FLOW STATEMENT)

(i) अवधारणा (Concept)–कोष-प्रवाह विवरण कोषों की कार्यशील पूँजी की अवधारणा पर आधारित है, जबकि रोकड़-प्रवाह विवरण कोषों की नकदी की अवधारणा पर आधारित होता है।

(ii) कार्यशील पूँजी में परिवर्तनों की सूची की आवश्यकता (Need of statement of changes in working capital) कोष-प्रवाह विवरण में कार्यशील पूँजी में परिर्वनों की सूची अलग से तैयार की जाती है, जबकि रोकड़-प्रवाह विवरण में इसकी आवश्यकता नहीं होती है।

(ii) तरीका (Method) कोष-प्रवाह विवरण एवं रोकड़-प्रवाह विवरण को तैयार करने का तरीका अलग-अलग है। कोष-प्रवाह के अन्तर्गत चालू सम्पत्तियों/चालू दायित्वों में परिवर्तन शुद्ध कार्यशील पूँजी में परिवर्तन (वृद्धि या कमी) का आधार होता है, जबकि रोकड़-प्रवाह विवरण में चालू सम्पत्तियों तथा चालू दायित्वों में परिवर्तन रोकड में परिवर्तन (वद्धि या कमी) को स्पष्ट करता है।

(iv) उपार्जन आधार (Accrual basis) कोष-प्रवाह विवरण को तैयार करते समय उपार्जन आधार पर मदों को सम्मिलित करते हैं। इसके साथ-साथ प्रावधानों एवं अग्रिम भुगतानों को भी सम्ििलत कर लिया जाता है । रोकड़-प्रवाह विवरण में उपार्जन आधार पर किसी मद को सम्मिलित नहीं किया जाता है।

(v) शेष (Balances) कोष-प्रवाह विवरण के अन्तर्गत स्रोतों (Sources) एवं उपयोगों (Uses) का योग मिल जाता है.जबकि रोकड़-प्रवाह विवरण का प्रारम्भ,प्रारम्भिक रोकड़ शेष (Opening Cash Balance) एवं अन्त, अन्तिम रोकड़ शेष (Closing cash balance) से होता है।

(vi) वर्गीकरण या विभाजन (Classification) कोष-प्रवाह विवरण के अन्तर्गत सम्पत्तियों एवं दायित्वों को चाल (Current) एवं स्थायी (Fixed) में विभाजित किया जाता है, जबकि रोकड़-प्रवाह विवरण के अन्तर्गत इस प्रकार के विभाजन की कोई आवश्यकता नहीं होती है।

(vii) दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक नियोजन (Long-term and Short-term Planning) कोष-प्रवाह विवरण दीर्घकालिक नियोजन में अधिक उपयोगी होता है.जबकि रोकड-प्रवाह विवरण अल्पकालिक नियोजन में अधिक उपयोगी माना जाता है।

(viii) विस्तार (Extension) कोष-प्रवाह विवरण आर्थिक चिट्टे का एक विस्तार मात्र है । रोकड़-प्रवाह विवरण अलग से मौलिक सूचनाओं के आधार पर तैयार किया जाने वाला प्रपत्र होता है।

(ix) मुख्य प्रपत्र (Main document) कोष-प्रवाह विवरण मख्य प्रपत्र माना जाता है, जबकि । रोकड-प्रवाह विवरण को कोष-प्रवाह विवरण के सहायक प्रपत्र के रूप में देखा जाता है।

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