BCom 1st Year Business Statistics Calculation Arithmetic mean Study Material Notes in Hindi
Table of Contents
BCom 1st Year Business Statistics Calculation Arithmetic mean Study Material Notes in Hindi : Calculation of Arithmetic mean Open End Frequency Distribution Stop Deviation Combination of Discrete and COntinuous Series Combined Arithmetic Mean Calculation of Weighted mean General or Crude and Standardised Death and Birth Rates General or Crede Rate Standardised Death Rate Properties of Arithmetic mean Merits of Arithmetic mean Geometric mean in Individual Series Merits of Geometric mean Harmonic mean in Discrete and Continuous series :
Bcom 2nd Year Cost Accounting Integrated System study Material Notes In Hindi
समान्तर माध्य की गणना
( Calculation of Arithmetic Mean)
Auditing notes in Hindi
अंकेक्षण के लाभ
(ADVANTAGES OF AUDITING)
अंकेक्षण के लाभों का उल्लेख निम्न तीन शीर्षकों के अन्तर्गत किया जा सकता है—(अ) उपक्रम या संगठन के लिए लाभ, (ब) उपक्रम के स्वामियों के लिए लाभ और (स) अन्य पक्षों के लिए लाभ।
(अ) उपक्रम या संगठन के लिए लाभ (Advantages for Undertaking or Organisation)
1 उपक्रम के कर्मचारी अधिक नियमित, जागरूक व सावधान-सामयिक अंकेक्षण के परिणामस्वरूप, लेखा-पुस्तकों से सम्बन्धित उपक्रम के समस्त कर्मचारी, अपना कार्य नियमित रूप से, कुशलतापूर्वक व सावधानी से करते हैं। अंकेक्षण के भय से वे सदेव अपने कार्य के प्रति जागरूक रहते हैं।
2. अशद्धियों एवं छल-कपट का पता चलना–पुस्तपालन व लेखाकर्म में की गई त्रुटियों एवं छल-कपट का सरलता से पता चल जाता है। अंकेक्षण कर्मचारियों पर नैतिक नियन्त्रण बनाए रखता है अन्यथा रोकड या माल का गबन करने की इच्छा पनप सकती है।
3. अंकेक्षित खातों के आधार पर संस्था को ऋण सुविधापूर्वक उपलब्ध हो जाते हैं। अंकेक्षित खाते अधिक विश्वसनीय होते हैं। इससे कम्पनी की साख एवं प्रतिष्ठा बढ़ती है।
4. कर दायित्व का निर्धारण-अंकेक्षित खाता के आधार पर, जिन्हें कर अधिकारी भी मान्यता प्रदान करते हैं। देय कर की राशि का निर्धारण भी सरलता से किया जा सकता है।
5. श्रमिक संघर्षों का समाधान यदि अधिक मजदूरी, भत्ता आदि के भगतान के सम्बन्ध में झगड़े उठते हैं तो अंकेक्षित खातों के आधार पर उन्हें सरलतापूर्वक समझाया जा सकता है।
6. दावे का निपटारा अंकेक्षित खाते बीमा कम्पनियों को भी दावों (Claims) के निपटारे में मान्य होते हैं।
7. आन्तरिक नियन्त्रण पद्धति की कमियों का पता चलना-अंकेक्षण के माध्यम से संस्था की आन्तरिक नियन्त्रण पद्धति के दोष उभरकर सामने आते हैं तथा उन्हें भी दूर किया जा सकता है।
(ब) उपक्रम के स्वामियों के लिए लाभ (Advantages for Owners of the Enterprise)
1 एकाकी व्यापारी को लाभ एकाकी व्यापारी को उपर्युक्त लाभों के साथ-साथ निम्नलिखित कुछ अन्य लाभ भी अंकेक्षण व्यवस्था से प्राप्त होते हैं, जो इस प्रकार हैं: ।
(i) हिसाब-किताब तथा उसके परिणामों की पिछले वर्षों से तुलनात्मक जांच की जा सकती है।
(ii) व्यापारी अंकेक्षित खातों को न्यायालय में प्रमाण के रूप में प्रस्तुत कर सकता है।
(iii) एकाकी व्यापारी यदि किसी साझेदार को लेना चाहे तो अंकेक्षित खाते उपयोगी रहते हैं।
2. साझेदारी में उपयोगी यदि किसी साझेदारी संस्था का अंकेक्षण कराया जाता है तो साझेदारों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त हो जाते हैं :
(i) साझेदारों के मध्य आपसी मनमुटाव की सम्भावनाएं अत्यन्त कम हो जाती है।
(ii) लेखापुस्तकें तैयार करने वाले साझेदार के लिए उसकी ईमानदारी का पक्का प्रमाण हो जाता
(iii) नए साझेदार को संस्था की आर्थिक स्थिति के सम्बन्ध में कोई शंका नहीं रहती है।
(iv) अवकाश ग्रहण करने वाले साझेदार को अंकेक्षित खातों के प्रति विश्वास होने के कारण प्राप्त होने वाली राशि का निर्धारण करना सरल हो जाता है।
(v) किसी साझेदार की मृत्यु पर अंकेक्षित खातों के आधार पर, दी जाने वाली राशि का निर्धारण
सरलतापूर्वक हो जाता है।
3. अंशधारियों को सन्तोष—एक संयुक्त पूंजी वाली कम्पनी में अंकेक्षित खाते ही अंशधारियों को यह विश्वास दिलाते हैं कि उनकी विनियोजित पूंजी सुरक्षित है तथा कम्पनी नियमानुसार कार्य कर रही है।
4. प्रन्यास, सहकारी संस्थाओं आदि से सम्बन्धित पक्षकारों को सन्तोष-अंकेक्षित खाते ही इन पक्षकारों को विश्वास दिला सकते हैं कि उनके हित सुरक्षित हैं तथा सभी कार्य नियमानुसार संचालित किए जा रहे हैं।
(स) अन्य पक्षों के लिए लाभ (Advantages to other Parties)
1 बीमा कम्पनी को किसी व्यापार की क्षति पर उस व्यापार के अंकेक्षित हिसाब-किताब के आधार पर क्षति का अनुमान लगाना सरल हो जाता है।
2. सरकारी अधिकारियों के लिए आय-कर, मूल्य-वर्धित कर (VAT), धन-कर आदि लगाते समय अंकेक्षित खाते बहुत सहायक सिद्ध होते हैं।
3. किसी मुकदमे के दौरान अंकेक्षित हिसाब-किताब को न्यायालय द्वारा मान्यता प्राप्त होती है।
4. बैंक अथवा ऋण प्रदान करने वाली अन्य संस्थाएं (जैसे—IFCI, IDBI आदि) अंकेक्षित हिसाब-किताब की सहायता से ऋण प्रदान करने के विषय में निर्णय ले सकती हैं।
प्रश्न
1 ‘अंकेक्षण‘ से आप क्या समझते हैं ? उसके उद्देश्यों को स्पष्ट कीजिए।
What do you mean by Auditing ? Explain clearly its objectives.
2. “लेखाकर्म एक आवश्यकता है जबकि अंकेक्षण व्यापार के लिए विलासिता है।” क्या आप इस कथन से सहमत हैं? कारण सहित बताइए और एक व्यापारिक संस्था को कुशलता एवं ईमानदारी से चलाने के लिए अंकेक्षण का महत्व बताइए।
Accounting is necessity but auditing is luxary for business” do you agree with this statement ? Explain with reason and explain the Importance of auditing for running a business efficiently and honestly.
3. “लेखाकर्म वहाँ प्रारम्भ होता है जहाँ पस्तपालन समाप्त होता है और अंकेक्षण वहाँ प्रारम्भ होता है, जहाँ लेखाकर्म समाप्त होता है।” इस कथन को स्पष्ट समझाइए।
Accountancy starts where book keeping ends and auditing begain where accountancy ends. Explain this statement.
4. मुख्य प्रकार की त्रुटियों और कपटों का संक्षेप में विवरण दीजिए। क्या अंकेक्षक से सब त्रुटियों और कपटों के ढूँढ़ निकालने की आशा की जा सकती है?
Explain the main error and fraud in brief. Is it possible to face these errors and fraud by the auditor?
5. एक व्यापार के लिए चाहे वह एकाकी हो, साझेदारी फर्म हो, सीमित दायित्व वाली कम्पनी हो अथवा सरकारी निगम हो, अंकेक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डालिए।
In light of the need for auditing for a business firm, or Partnership firm, a Limited company with limited liability, or a government Organisation.
6. “एक अंकेक्षक रखवाली करने वाले कुत्ते के समान कार्य करता है, शिकारी कुत्ते के सदृश्य नहीं।’ इस कथन को समझाइए।
“Auditor workers like a watch dog not like a blood hound.’ Explain this statement.
7. विभिन्न प्रकार के कपटों की व्याख्या कीजिए। क्या अंकेक्षक इन कपटों को रोक सकता है?
Explain the different kinds of frauds. Can the Auditor prevent these frauds?