BCom 3rd Year Corporate Accounts Holding Companies Study Material Notes in hindi ( Part 2 )

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BCom 3rd Year Corporate Accounts Holding Companies Study Material Notes in Hindi ( Part 2 )

BCom 3rd Year Corporate Accounts Holding Companies Study Material Notes in Hindi ( Part 2 ): Contingent Liabilities  Working notes  Balance Sheet  Dividend of subsidiary Company  Unpaid Dividend Post Acquisition ( Most Important)

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BCom 3rd Year Internal Reconstruction Reorganisation Long Answer Questions Study Material notes in hindi

उदाहरण 11. 31 दिसम्बर 2015 को एच लि0 और एस लि० के चिट्टे इस प्रकार थे:

The balance sheets of H Ltd. and SLtd. on 31st December 2015 were as under :

निम्नलिखित सूचना को ध्यान में रखते हुए 31 दिसम्बर 2015 को एक मिश्रित चिट्ठा तैयार करो :

1 एच लि० ने एस लि० में अंश 1 अप्रैल 2015 को क्रय किये थे।

2. एच लि० की पुस्तकों में एस लि० से प्राप्त ऋणपत्र ब्याज का लेखा नहीं किया गया है।

3. एच लि० के सभी देय बिल एस लि० के पक्ष में निर्गमित थे।

4. एच लि० के लेनदारों में ₹ 8,000 एस लि० को देय सम्मिलित हैं।

Prepare a Consolidated Balance Sheet as on 31st December 2015 after taking into consideration the following information :

1. Shares in S Ltd. were acquired by H Ltd. on 1st April 2015.

2. No entry has been made in the books of H Ltd. in respect of the debenture interest due from S Ltd.

3. Bills Payable of H Ltd. were all issued in favor of S Ltd.

4. Creditors of H Ltd. include ₹8,000 payable to S Ltd.

8.संयोगिक दायित्व (Contingent Liabilities) : संयागिक दायित्व बीती घटना से रवाना जिसके लिये भविष्य में भुगतान करना भी पड़ सकता है और न भी करना पड़े। यह निम्न प्रकार

(अ) भुनाये गये बिलों के सम्बन्ध में दायित्व।

(ब) गारन्टी के अन्तर्गत दायित्व।

(स) संचयी पूर्वाधिकार अंशों पर अवशिष्ट लाभांश।

(द) अंशतः दत्त अंशों पर याचनाओं के लिये दायित्व।

यदि संयोगिक दायित्व समूह की कम्पनी और बाह्य तृतीय पक्ष के बीच किसी ने हकी कम्पनी और बाह्य तृतीय पक्ष के बीच किसी लेन-देन के सम्बन्ध में है तो टिप्पणी के रूप में दिखलाया जायेगा। किन्त यदि संयोगिक दायित्व समुह की कम्पनियों के बीच लेन-देन के सम्बन्ध में है तो यह व्यक्तिगत कम्पनी के चिट्ठ फुटनोट से लुप्त हो जायेगा क्यों कि यह संयक्त चिढ़े में वास्तविक दायित्व के रूप में दिखलाया जाता है।

उदाहरण 12. 31 मार्च 2015 को H लि० और S लि0 के चिट्टे निम्न प्रकार थे :

The Balance sheet of H Ltd. and S Ltd. on 31st March 2015 were as under:

9.अन्तर्कम्पनी अनर्जित लाभ (Inter-company Unrealised Profit) : यदि समूह की एक कम्पनी ने दूसरी कम्पनी को लाभ पर माल बेचा है और वर्ष के अन्त में क्रेता कम्पनी के पास इसका कोई भाग अविक्रीत रह जाता है तो क्रेता कम्पनी द्वारा धारित इस स्टॉक पर विक्रेता कम्पनी द्वारा चार्ज किया गया लाभ पूरे समूह की दृष्टि की अनर्जित रह जाता है। अतः संयुक्त चिट्ठे में इसे समाप्त कर देना चाहिये। इसके लिये क्रेता कम्पनी के स्टॉक के मूल्य को तथा विक्रेता कम्पनी के चालू वर्ष के लाभ को अनर्जित लाभ से कम कर देना चाहिये।

एक अंशतः स्वामित्व युक्त सहायक कम्पनी की दशा में अनर्जित लाभ की राशि के समाप्त करने के सम्बन्ध में मत विभिन्नता रही है। परम्परागत मत यह रहा है कि अल्पमत अंशधारी अनर्जित लाभ से प्रभावित नहीं होते, अतः अनर्जित लाभ का केवल वह भाग जो समूह की सदस्य कम्पनियों से सम्बन्धित है, ही समाप्त किया जाना चाहिये। A.I.C.P.A., A.A.A. की राय और I.C.A.I. के लेखांकन मानदण्ड 21 पर आधारित आधनिक मत यह है कि सहायक कम्पनी में नियन्त्रण की मात्रा को ध्यान दिये बिना अन्तर-कम्पनी लाभ की पूरी राशि समाप्त की जानी चाहिये। अतः अब विद्यार्थियों को अनर्जित लाभों के सम्बन्ध में प्रश्न हल करते समय लेखांकन मानदण्ड 21 के अनुपालन का परामर्श दिया जाता है।

इसी तरह, यदि समूह की एक कम्पनी दूसरी कम्पनी को स्थिर सम्पत्तियाँ हस्तान्तरित करती है या बेचती है तो स्कन्ध की तरह ही अनर्जित लाभ सम्बन्धित सम्पत्ति खाते और लाभ शेष से घटा दिया जायेगा।

अनर्जित हानियाँ (Unrealised Loses) : अन्तर-समूह लेन-देन से उत्पन्न अनर्जित हानियों को भी समाप्त कर देना चाहिये. यदि सम्बन्धित सम्पत्ति का वसूली मूल्य लेन-देन की लागत से अधिक है। उदाहरण के लिये, यदि सूत्रधारी कम्पनी अपनी सहायक कम्पनी को 1,00,000 ₹ की लागत के माल को 80,000 ₹ में बेचती है और समूहीकरण की तिथि पर यह माल सहायक कम्पनी के स्कन्ध में ही पड़ा हुआ है। मान लीजिये कि उस तिथि पर स्कन्ध का वसूली मूल्य 1,10,000 ₹ है। इस दशा में 1,00,000₹80,000 ₹ = 20,000 ₹ की राशि को संयुक्त चिट्ठे में स्कन्ध और संयुक्त लाभ-हानि खाते में बीस-बीस हजार ₹जोड़कर समाप्त कर देना चाहिये।

उदाहरण 13. 31 दिसम्बर 2015 को H लिक एवं S लि० के चिट्टे निम्नलिखित हैं :

The following are the Balance Sheets of H Ltd. and S Ltd, as on 31st Dec. 2015 :

आपको निम्नलिखित अतिरिक्त सूचनाओं से संयुक्त चिट्ठा तैयार करना है

(अ) HLtd. ने 1 अप्रैल 2015 को अंश प्राप्त किए। 1-1-15 से SLtd. का तब तक का लाभ ₹ 800 था।

(ब) HLtd. के प्राप्य बिल में से ₹1,700 के बिल S Ltd. ने स्वीकार किए हैं।

आपको निम्नलिखित अतिरिक्त सूचनाओं से संयुक्त चिट्ठा तैयार करना है

1 एच लिo ने अंश 1 अप्रैल 2015 को क्रय किये।

2. जनवरी 2015 को एस लि० के लाभ-हानि खाते का डेबिट शेष ₹1,50.000 था।

3. एस लि० के व्यापारिक लेनदारों में ₹20,000 एच लिक द्वारा बेचे गये माल के सम्मिलित हैं जिस पर एच लि० ने रु 2.000 का लाभ कमाया। 31 दिसम्बर 2015 को आधा माल अभी स्टॉक में है।

4. एच लि० की स्थायी सम्पत्तियों में एच लि0 से दिसम्बर 2015 में ₹25,000 में क्रय की गई मोटर सम्मिलित है। विक्रय की तिथि पर एस लि० की पुस्तकों में यह गाड़ी ₹20,000 पर दिखलायी गयी थी। मोटर गाड़ी पर लागत पर 20% से हास काटा गया था।

You are required to prepare a consolidated balance sheet with the following further information:

1. HLtd. acquired the shares on Ist April 2015.

2. The profit and loss account of SLtd. showed a debit balance of₹1,50,000 on 1st January 2015.

3. Trade creditors of S Ltd. include ₹ 20,000 for goods supplied by H Ltd. on which H Ltd. made a profit of₹2,000. Half of the goods were still in stock on 31st December 2015.

4. The fixed assets of H Ltd. include a motor van purchased from S Ltd. in December 2015 for ₹ 25,000. At the date of sale the van appeared in the books of S Ltd. at ₹20,000. Depreciation on the

motor van had been charged at 20% on cost.

10. सहायक कम्पनी के पूर्वाधिकारी अंश (Preference Shares of Subsidiary) : समूह के बाहर व्यक्तियों द्वारा धारित सहायक कम्पनी के पूर्वाधिकारी अंशों का चुकता मूल्य उन पर बकाया पूर्वाधिकारी लाभांश सहित ‘अल्पमत अंशधारियों के हित’ (Minority Interest) में सम्मिलित कर लिया जाता है किन्तु सूत्रधारी कम्पनी द्वारा धारित सहायक कम्पनी के पूर्वाधिकारी अंशों को मिश्रित चिट्ठे में रद्द कर दिया जाता है तथा इन अंशों के चुकता मूल्य और उनके क्रय की लागत के अन्तर को ख्याति में समायोजित कर दिया जाता है। यहाँ यह ध्यान रखना होगा कि पूर्वाधिकारी अंशों पर बकाया लाभांश तभी देय माना जायेगा जबकि सहायक कम्पनी के लाभ इसे पूरा करने के लिये पर्याप्त हों। सूत्रधारी कम्पनी द्वारा धारित पूर्वाधिकारी अंशों पर उपार्जित लाभांश यदि इन अंशों के क्रय से पूर्व की अवधि का है तो इसे पूँजीगत लाभ मानकर इसे इन अंशों की लागत से घटाया जायेगा, किन्तु यदि यह लाभांश क्रय के बाद की अवधि का है तो यह आयगत लाभ होगा और इसे सूत्रधारी कम्पनी का सहायक कम्पनी के आयगत लाभों में भाग से सम्मिलित किया किया जायेगा। इस सम्बन्ध में यह ध्यान रहे कि सहायक कम्पनी में समता अंशधारियों के भाग की गणना में। बकाया संचयी पूर्वाधिकारी लाभांश को अवश्य घटा देना चाहिये (यदि कम्पनी में इसके लिये पर्याप्त लाभ हैं) चाहे प्रश्न में इसके बारे। में कुछ भी न कहा गया हो। यदि सहायक कम्पनी के चिट्टे में लाभ-हानि खाते का डेबिट शेष है तो पूर्वाधिकारी अंशधारी इस हानि को वहन करने के लिये उत्तरदायी नहीं होते। अतः सम्पूर्ण हानि समता अंशधारियों को ही वहन करनी होगी। ।

11. प्रतिभूति प्रीमियम (Securities Premium) : यदि सूत्रधारी कम्पनी के चिट्ठे में प्रतिभूति प्रीमियम खाता दिया हो तो मिश्रित चिट्ठ में भी इसे इसी तरह ही दिखलाया जायेगा किन्तु यदि नियंत्रण सूत्रधारी कम्पनी के प्रीमियम पर अंश निर्गत करके प्राप्त किया गया था तो ऐसा प्रीमयम समूहित चिट्टे में ‘नियंत्रण की लागत’ से समायोजित किया जाना चाहिये। यदि सूत्रधारी कम्पनी क समय सहायक कम्पनी के चिट्ठे में प्रतिभूति प्रीमियम दर्शाया गया है तो इसे सहायक कम्पनी के पूँजीगत लाभों में सम्मिलित किया जाएगा । किन्तु यदि प्रतिभूति प्रीमियम क्रय की तिथि के बाद का है तो इसे मिश्रित चिट्टे में इसी रूप में ही दिखलाया जायगा। वकाल्पक रूप से इसे सत्रधारी कम्पनी के पतिशति पीमियम के साथ सत्रधारी कम्पना क सहायक कम्पनी म हित की सीमा तक जोड़कर दिखाया जा सकता है तथा बाहरी लोगों का भाग अल्पमत हित के साथ जोड़ कर दिखाया जा सकता है।

उदाहरण 15. 1 अप्रैल 2014 को A Co. Ltd. ने BCo. Ltd. के अंश क्रय किये। 31 मार्च 2015 को दोनों कम्पनियों के चिट्टे नीचे दिये गये हैं :

A Co Ltd Purchased shares of B Co. Ltd. on 1st April 2014. The Balance Sheets of the two companies on 31st March 2015 are given below:

निम्नलिखित विवरणों को ध्यान रखते हुए 31 मार्च 2015 को एक संयुक्त चिट्ठा तैयार करो :

() क्रय की तिथि पर BCo. Ltd. के पूर्वाधिकार अंशी घर 2013-14 के लिये लाभांश उपार्जित था तथा यह 2014-15 में भी नहीं दिया गया है।

() BCo. Ltd. के व्यापारिक लेनदारों में ₹6,000 A Co. Ltd. के सम्मिलित हैं जबकि ACo. Ltd. के व्यापारिक देनदारों म₹10,000 BCo. Ltd. के सम्मिलित हैं। यह पाया गया है क्ति BCo. Ltd. ने₹4,000 का एक चैक भेजा जिसे AC ने अभी तक नहीं प्राप्त किया है।

Prepare a Consolidated Balance Sheet as at 31st March 2015, taking into account the follow particulars :

(a) Dividend for 2013-14 in respect of preference shares of B Co. Ltd. was accrued to the of acquisition of shares by A Co. Ltd., the same being not paid even in 2014-15.

(b) Sundry Creditors of BCo. Ltd. include 6,000 due to A Co. Ltd. whereas Sund. Ltd, include 10 000 due from B Co. Ltd. It is found that B Co. Ltd. has remitted a cheque of 4.000 which has not yet been received by A Co. Ltd.

12. सहायक कम्पनी के लाभांश (Dividends of Subsidiary Company): (अ) लाभाश का भुगतान (Dividend Paid) : सहायक कम्पनी द्वारा भुगतान किये गये अन्तरिम और अन्तिम लाभाश का कम्पनी की पुस्तकों में उस स्रोत पर निर्भर करता है जिससे यह लाभांश का भगतान किया गया है। यदि यह क्रय से पूर्व के लाभों में से दिया गया है तो इसे ‘विनियोग खाते’ में क्रेडिट किया जायेगा और यदि यह क्रय के बाद के लाभों में से दिया गया है तो इसे लाभ-हानि खाते में क्रेडिट किया जायेगा। किन्तु यदि सहायक कम्पनी के क्रय से पूर्व के लाभों में से भुगतान किये गये लाभांश (चाहे अन्तरिम हो या अन्तिम) को सूत्रधारी कम्पनी के लाभ-हानि खाते में क्रेडिट कर दिया जाता है तो मिश्रित चिट्ठा बनाते समय इस त्रुटि को सुधारना होगा। इसके लिये एक ओर तो सूत्रधारी कम्पनी के लाभों में से ऐसे लाभांश को घटाया जायेगा और दूसरी ओर इसे सहायक कम्पनी में क्रय किये अंशों की लागत से घटाया जायेगा।

() प्रस्तावित लाभांश (Proposed Dividend) : सूत्रधारी कम्पनी का प्रस्तापित लाभांश मिश्रित चिट्ठे में पृथक से ‘अल्पकालीन आयोजन’ उप-शीर्षक के अन्तर्गत दिखाया जायेगा। किन्तु चिट्ठे में दिखलाये गये सहायक कम्पनी के प्रस्तावित लाभांश को उसके चालू वर्ष के लाभों में जोड़ देना चाहिये और उसके पश्चात् उसमें सूत्रधारी कम्पनी और अल्पमत अंशधारियों के भाग सामान्य तरीके से निर्धारित किये जायेंगे। अल्पमतधारियों का सहायक कम्पनी के प्रस्तावित लाभांश में भाग को ‘अल्पमतधारी हित’ से घटाकर इसे दायित्व पक्ष में ‘अल्पकालीन प्रावधानों के अन्तर्गत पृथक से भी दिखलाया जा सकता है। यदि सूत्रधारी कम्पनी ने सहायक कम्पनी के प्रस्तावित लाभांश में भाग का पहले से ही क्रेडिट लिया जा चुका है तो यह राशि परस्पर कर्जदारी की भाँति प्रस्तावित लाभांश और उपाजित लाभांश से समाप्त कर दी जायेगी। यदि चिट्ठे के बाहर अतिरिक्त सूचनाओं में सूत्रधारी और /अथवा सहायक कम्पनी के प्रस्तावित लाभांश के सम्बन्ध में सूचना दी गयी है तो सूत्रधारी कम्पनी के प्रस्तावित लाभांश की राशि को उसके लाभों से घटाकर चिट्टे में पथक से एक टायित्व के रूप में दिखलाया जायेगा। किन्तु सहायक कम्पनी के प्रस्तावित लाभांश के सम्बन्ध में कोई समायोजन नहीं किया जायेगा।

() अदत्त लाभांश (Unpaid Dividend) : सहायक कम्पनी द्वारा घोषित लाभांश का यदि भुगतान नहीं किया गया है तो इसे सहायक कम्पनी के चिटे में दायित्व पक्ष की ओर तथा सूत्रधारी कम्पनी के चिट्ठे में इस अदत्त लाभांश में उसके भाग को प्राप्य लाभांश के रूप में पानी और दिखलाया जाता है। मिश्रित चिट्ठे में सूत्रधारी कम्पनी के भाग को समाप्त कर दिया जाता है तथा अल्पमत अंशधारियों का अदत्त लाभांश का भाग अल्पमत हित में जोड़ा जा सकता है अथवा इसे मिश्रित चिट्ठे में ‘अन्य चाल दायित्वों के अन्तर्गत एक दायित्व के रूप में दिखलाया जा सकता है।

Dividend from Post-acquisition Profits

उदाहरण 16. इण्डियन ट्यब्स लि० ने भारत पाइप्स लि0 के सार अशी को 1 जुलाई 2014 को 11,20,000 रुपये मल्य पर प्राप्त या। 30 जून 2015 को जब दोनों कम्पनियों के लेखे तैयार किए गए तो उनके चिटे निम्न प्रकार हो.

The  Indian Tubes LTd the whole of the shares in the Bharat Pipes Ltd. as at Ist July 2014 at a total cost of 1.20.000. The Balance Sheets at 30th June 2015 when accounts of both companies were prepared were as under:

(अ) भारत पाइप लिमिटेड से 10 % वार्षिक का अन्तिम लाभांश इसमें निम्नलिखित हैं ।

(ब) इसमें 30,000 रुपये मूल्य का स्कन्ध सम्मिलित है  जो कि भारत पाइप्स लिमिटेड से 60,000 रुपये की खरीद के भाग के रुप में ( नीचे के नोट (स) को देखिये) है ।

(स) इसमें 60,000 रुपये की खरीद सम्मिलित है जो कि भारत पाइप्स लिमिटेड से की गयी थी, जिस पर बाद वाली कम्पनी ने  15,000 रुपये लाभ कमाया ।

(a) Includes interim dividend at the rate of 10% per annum from the Bharat Pipes Ltd..

(b) Includes 30,000 Stock at cost purchased from the Bharat Pipes Ltd. as part of 60,000 purchases [See note (c) below]; and

(c) Includes 60,000 for purchases from the Bharat Pipes Ltd. on which the latter company made a profit of 15,000.

नोट : लाभ हानि खाते में 1 जुलाई 2014 को 2,80,000 बाकी थे ।10% वार्षिक दर से 30 जून 2015 को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए अन्तरिम लाभांश चालू वर्ष में दिया गया। आवश्यक समायोजन कीजिए तथा एक संयुक्त चिट्ठा 30 जून 2015 को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए बनाइए। अन्तिम लाभांश देने का कोई प्रस्ताव नहीं है।

Note: The balance of Profit & Loss a/c at 1st July 2014 was 2.80,000. An interim dividend of 10% per annum having been paid during the year in respect of the year ended 30th June 2015.

Make necessary adjustments and show a Consolidated Balance Sheet as at 30th June 2015. No final dividends are proposed.

Dividend from Pre-acquisition Profits

उदाहरण 17.  एच लि0 और इसकी सहायक एस० लि. के निम्नलिखित चिट्ठों से एक मिश्रित चिट्ठा तैयार करो :

From the following balance sheets of H Ltd. and its subsidiary S Ltd., prepare a consolidated balance sheet.

जब नियंत्रण प्राप्त किया था उस समय एस लि0 की सामान्य संचिति में 40,000 और लाभ हानि खाते में 30,000 थे । तुरन्त बाद एच लिने ₹16,000 लाभाँश के प्राप्त किये। यह लाभांश एच लि. के लाभ-हानि खाते में क्रेडिट कर दिया गया।  एच लि के देनदारों में 20,000 एस लि0 से प्राप्य सम्मिलित हैं जबकि एस लि0 के देनदारों में 15,000 एचं लि0 को देय सम्मिलित हैं, अन्तर मार्ग में एक चैक के कारण है।

When control was acquired, S Ltd. had 40,000 in general reserve and * 30,000 in profit and loss account. Immediately on purchase of shares, H Ltd. received 16,000 dividend from S Ltd. This dividend was credited to Profit and Loss Account of H Ltd. Debtors of H Ltd. include < 20,000 due from S Ltd. whereas creditors of S Ltd. include < 15,000 due to H Ltd., difference being accounted for by a cheque in transit.

BCom Notes ( Part 2 )

बिग लि ने स्मौल लि0 के 75% अंश 1 जुलाई 2014 को 6,00,000 में खरीदें हैं । स्मैल लिं के लाभ हानि खाते में 1,00,000 का प्रारम्भिक शेष था जिसमें से उसने 30 सितम्बर 2014 के 2013- 2014 के लिए 20% का लाभाशं वितरित किया । 1 जनवरी 2015 के एस लि0 ने 10 की दर से अन्तिम लाभांश घोषित व भुगतान किया । बिग लि0 द्धारा प्राप्त किये गये ये दोनों लाभांश इसके लाभ-हानि खाते में सम्मिलित हैं। 2014-15 में स्मौल लि० के सामान्य संचिति खाते में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।

31 मार्च 2015 को एक मिश्रित चिट्ठा तैयार किया ।

Big Ltd. has acquired 75% of Small Ltd.’s shares at 6,00,000 on 1st July 2014. S Ltd. has an opening balance of 1,00,000 in Profit & Loss Account from which it paid dividend for 2013-14 at 20% on 30th September 2014 on January 1, 2015 S Ltd declared  in its Profits and Loss Account . There has been no change in the General Reserve Account of Small LTd , during 2014-2015

Prepare a Conslidted Balance Sheet as at 31st March  2015

13. सहायक कम्पनी द्वारा बोनस अंशों का निर्गमन (Issue of Bonus Shares by the Subsidiary): सहायक कम्पनी द्वारा निर्गमित बोनस अंशों का समायोजन इन अंशों के निर्गम के स्रोत पर निर्भर करता है जो कि इस प्रकार हो सकता है:

() क्रय से पूर्व लाभों में से बोनस अंशों का निर्गमन (Issue of bonus shares out of pre-acquisition profits) : इससे एक ओर तो सहायक कम्पनी के क्रय से पूर्व के लाभ और संचितियों के शेष (अर्थात पूँजीगत लाभ) कम हो जायेंगे जिसके परिणामस्वरूप सूत्रधारी कम्पनी और बाह्य अंशधारियों का इसमें भाग भी घट जायेगा। और दूसरी ओर इससे सूत्रधारी कम्पनी और अल्पमत अंशधारियों की धारणों (holding) का चुकता मूल्य बढ़ जायेगा। इस प्रकार वृद्धि और कमी के ठीक बराबर होने के कारण सूत्रधारी कम्पनी की सहायक कम्पनी में समता (equity) और अल्पमतधारियों के हित की राशियाँ बोनस अंश निर्गमन से पूर्व की भांति ही रहती हैं।

उदाहरण 19.31 दिसम्बर 2015 को पी लि० ने क्यू लि० के ₹ 100 वाले 8,000 अंश क्रय किये। उस तिथि पर दोनों कम्पनियों के चिट्ठों का संक्षेप इस प्रकार था:

P Ltd. acquired 8,000 shares of₹ 100 each in QLtd. on 31st December 2015. The summarised Balance Sheet of the two companies as on that date were as follows:पी लि0 के चिट्ठे पर नोट ₹10,000 के भूनाये गये बिलों के लिये एक सम्भाव्य दायित्व है। आपको निम्नलिखित सूचनायें दी जाती है:

() 31 दिसम्बर 2015 को क्यू लि. ने धारित प्रत्येक दो अंशों के लिये एक अंश पूँजीगत संचिति से बोनस निर्गमन किया किन्तु यह लेनदेन उपर्युक्त चिट्ठों में नहीं दर्शाया गया है।

() संचालकों ने क्यू लि की स्थायी सम्पत्तियों को 50,000 से कम करने का निश्चत किया ।

बोनस अंसों के निर्गमन से पूर्व और पश्चात् नियंत्रंण की लागत और अल्पमतधारियों कि हित की गणना करो और 31 दिसम्बर 2015 को मिक्षित चिट्ठा तैयार करों ।

आर पश्चात् नियंत्रण की लागत और अल्पमतधारियों के हित की गणना करो और 31 दिसम्बर 2015

Note on the Balance Sheet of P Ltd. There is a contingent liability for bills discounted of 10,000.

You are given the following information:

(a) U LIU. made a bonus issue on 31st December 2015 of one share for every two shares heures the capital reserve equivalently, but the transaction is not shown in the above Balance Sheets.

(b) The directors decided to write down the fixed assets of Q Ltd. by 50,000.

Calculate cost of control and minority interest before and after issue of bonus shares and prepare consolidated balance sheet as on 31st December 2015.

() क्रय के बाद के लाभों में से बोनस अंश निर्गमित करना (Issue of Bonus Shares out of Post-acquisition Profits) : इस स्थिति में बोनस अंशों की राशि से सहायक कम्पनी के आयगत लाभ (Revenue Profits) कम हो जायेंगे। इससे सूत्रधारी कम्पनी का सहायक कम्पनी के आयगत लाभों में भाग घट जायेगा किन्तु उसके धारित अंशों का चुकता मूल्य बढ़ जायेगा। अंशों की लागत में वृद्धि के बिना और सहायक कम्पनी क्रय से पूर्व लाभों में कमी आय बिना सूत्रधारी कम्पनी के धारित अंशों के चुकता मूल्य में वृद्धि से ख्याति घट जायेगी अथवा पूँजी संचिति बढ़ जायेगी। किन्तु बोनस निर्गमन से अल्पमत अंशधारियों के हित की राशि अप्रभावित रहती है क्योंकि अल्पमत धारणों के चुकता मूल्य में वृद्धि अल्पमत अंशधारियों के सहायक कम्पनी के आयगत लाभों में भाग के समान राशि की कमी से समाप्त (offset) हो जायेगी।

उदाहरण 20. 1 जनवरी 2015 को एच लि. ने एस लि. के 20,000 अंश क्रय किये। वर्ष के अन्त में दोनों कम्पनियों के आर्थिक चिट्ठे इस प्रकार थे:

H Ltd. acquired 20,000 shares in S Ltd. on 1st January 2015. Balance Sheets of the two companies at the end of the year were as follows:

एस लिo ने चालू वर्ष के लाभों से प्रत्येक पाँच अंशों के धारक को एक बोनस अंश दिया। 31 दिसम्बर 2015 को मिश्रित चिट्ठा तैयार करो।

S Ltd. issued bonus shares @ 1 for every 5 shares held out of current year’s profit. Prepare a

 

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